एक छोटे बच्चे को अचानक सिर पर गोल-गोल धब्बों (पैचेज़) में बाल झड़ने की समस्या शुरू हो गई। जहाँ से बाल गिरे थे, वह जगह एकदम चमकीली और साफ दिख रही थी — ये एलोपेसिया एरियाटा नाम की बीमारी के खास लक्षण हैं। बच्चे के माता-पिता बहुत परेशान थे क्योंकि कुछ ही हफ्तों में बाल झड़ने की समस्या तेजी से बढ़ने लगी थी।
लखनऊ के अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रगति गोगिया जैन ने बच्चे की पूरी जाँच की। जाँच के बाद पता चला कि यह एलोपेसिया एरियाटा है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका मतलब है कि शरीर का इम्यून सिस्टम (रोगों से लड़ने की ताकत) गलती से बालों की जड़ों पर हमला कर देता है, जिससे बाल गिर जाते हैं।
डॉ. प्रगति गोगिया जैन ने बच्चे के लिए एक खास (व्यक्तिगत) इलाज शुरू किया। इस इलाज का मकसद था: सूजन को कम करना, नए बाल उगाना और बीमारी को दोबारा होने से रोकना।
इलाज में डॉक्टर की निगरानी में दी जाने वाली खास दवाइयाँ, ज़रूरी पोषण (न्यूट्रिशन) से जुड़े सप्लीमेंट्स और बालों की देखभाल के हल्के तरीके शामिल थे। समय-समय पर फॉलो-अप के जरिए इलाज की प्रगति पर नजर रखी गई।
सिर्फ कुछ ही हफ्तों में बच्चे की हालत में काफी सुधार देखने को मिला। इलाज के बाद की तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि जहाँ पहले गंजापन था, वहाँ अब घने और स्वस्थ बाल उग आए हैं। इस सुधार से पता चलता है कि सही समय पर बीमारी का पता चलना और एक अच्छे विशेषज्ञ डॉक्टर से इलाज कराना कितना ज़रूरी है।
यह केस स्टडी बताती है कि सही समय पर और एक्सपर्ट की देखरेख में इलाज कराने से एलोपेसिया एरियाटा का पूरी तरह से इलाज संभव है। अगर आप लखनऊ में इस बीमारी का इलाज ढूँढ रहे हैं, तो डॉ. प्रगति गोगिया जैन, जो लखनऊ की बेहतरीन त्वचा रोग विशेषज्ञों (best dermatologist in Lucknow) में से एक हैं, से सलाह लेकर असरदार और लंबे समय तक चलने वाले नतीजे पा सकते हैं।