• Case Type: Cosmetic Dermatology / Under-Eye Rejuvenation
  • Specialist: Dr. Pragati Gogia Jain
  • City/Location: Lucknow, Uttar Pradesh
  • Doctor Name: Dr. Pragati Gogia Jain
  • Focus: Non-surgical treatment of under-eye puffiness, wrinkles, and tired appearance using dermatological and aesthetic techniques.
  • Time :2 Months

केस स्टडी: अंडर-आई रीजुवेनेशन का सफल इलाज

रोगी का विवरण

एक महिला मरीज डॉ. प्रगति गोगिया जैन, सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट, अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ में परामर्श के लिए आईं। उनकी मुख्य शिकायत थी कि उनकी आंखों के नीचे सूजन (पफीनेस), हल्की झुर्रियां और काले घेरे बने रहते हैं। मरीज ने बताया कि पर्याप्त नींद और पानी लेने के बावजूद चेहरा थका हुआ और फीका दिखता है।

जांच और निदान

जांच करने पर आंखों के नीचे की त्वचा में सूजन, हल्की रेखाएं और ढीलापन पाया गया। यह स्थिति आमतौर पर उम्र बढ़ने, स्किन की लोच कम होने, थकान, नींद की कमी और तनाव के कारण होती है। डॉ. प्रगति ने इसे अंडर-आई पफीनेस विद अर्ली पेरिऑर्बिटल एजिंग के रूप में निदान किया — यानी आंखों के नीचे की त्वचा में शुरुआती उम्र के असर और हल्की फैट जमाव की वजह से सूजन बनना।

इलाज की योजना

डॉ. प्रगति गोगिया जैन ने मरीज के लिए एक पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट प्लान तैयार किया, जिसमें शामिल थे:

  • स्पेशल क्रीम्स और सीरम्स जिनमें पेप्टाइड्स और रेटिनॉल थे, ताकि त्वचा टाइट और मजबूत बने।
  • मेसोथेरेपी या हल्का फिलर ट्रीटमेंट, जिससे खोई हुई वॉल्यूम दोबारा भरे और त्वचा स्मूथ दिखे।
  • लेजर या स्किन टाइटनिंग सेशन, जिससे कोलेजन बनने में मदद मिले और झुर्रियां कम हों।
  • लाइफस्टाइल सलाह — पर्याप्त नींद, पर्याप्त पानी, हेल्दी डाइट और सनस्क्रीन का नियमित उपयोग।

इलाज को कुछ सत्रों में किया गया, और हर सत्र के बाद परिणाम को ध्यानपूर्वक मॉनिटर किया गया।

नतीजे

कुछ हफ्तों के भीतर आंखों के नीचे की सूजन और थकान में स्पष्ट सुधार देखा गया। “पहले” की तस्वीर में जहां सूजन और झुर्रियां साफ दिख रही थीं, वहीं “बाद” की तस्वीर में त्वचा ज्यादा स्मूथ, टाइट और चमकदार दिखी। आंखों के नीचे की स्किन अब अधिक फ्रेश और यंग लग रही थी।

मरीज का अनुभव

मरीज ने बताया कि अब चेहरा पहले की तुलना में ज्यादा फ्रेश, आत्मविश्वास से भरा और युवा दिखता है। उन्हें किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं हुआ और उन्होंने डॉक्टर की बताई गई पोस्ट-ट्रीटमेंट केयर को नियमित रूप से फॉलो किया।

निष्कर्ष

यह केस दर्शाता है कि सही समय पर और विशेषज्ञ डॉक्टर की देखरेख में अंडर-आई पफीनेस और काले घेरे का इलाज बिना सर्जरी के भी किया जा सकता है। डॉ. प्रगति गोगिया जैन, लखनऊ की जानी-मानी स्किन स्पेशलिस्ट, के उपचार से मरीजों को सुरक्षित, प्राकृतिक और लंबे समय तक टिकने वाले परिणाम प्राप्त होते हैं।

अगर आप भी आंखों के नीचे सूजन, काले घेरे या थके हुए लुक से परेशान हैं, तो आज ही अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल, लखनऊ में डॉ. प्रगति गोगिया जैन से परामर्श करें और अपनी आंखों की खूबसूरती दोबारा पाएं।

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